Dream11 भारत का सबसे लोकप्रिय फैंटेसी स्पोर्ट्स प्लेटफॉर्म था, जिसने लाखों क्रिकेट और अन्य खेल प्रेमियों को अपने खेल ज्ञान के आधार पर जीतने का अवसर दिया। यह प्लेटफॉर्म 2008 में IIT स्नातकों हर्ष जैन और भावित सेठ द्वारा स्थापित किया गया था। Dream11 ने क्रिकेट, कबड्डी, फुटबॉल और बास्केटबॉल जैसे खेलों में उपयोगकर्ताओं को अपनी टीम बनाने और पुरस्कार जीतने का मौका दिया।
लेकिन हाल ही में भारत सरकार ने रियल-मनी ऑनलाइन गेमिंग पर प्रतिबंध लगा दिया, जिससे Dream11 और अन्य ऑनलाइन गेमिंग कंपनियों के व्यवसाय पर बड़ा प्रभाव पड़ा। इस आर्टिकल में हम विस्तार से जानेंगे कि Dream11 पर बैन क्यों लगाया गया, इसके पीछे के कारण, उद्योग पर प्रभाव, और भविष्य की संभावनाएं।
Dream11 भारत में क्यों बंद कर दिया गया – पूरी जानकारी
Dream11 की स्थापना और सफलता
Dream11 की कहानी एक छोटे विचार से शुरू हुई थी। हर्ष जैन और भावित सेठ दोनों ही खेलों के प्रति उत्साही थे। हर्ष ने अमेरिका में फैंटेसी फुटबॉल खेला और महसूस किया कि भारत में क्रिकेट प्रेमियों के लिए ऐसा कोई प्लेटफॉर्म नहीं है। इसलिए उन्होंने 2008 में Dream11 की स्थापना की।
शुरुआत में यह केवल क्रिकेट प्रेमियों के लिए था, लेकिन बाद में इसे अन्य खेलों तक विस्तारित किया गया। Dream11 ने तेज़ी से लोकप्रियता हासिल की। 2014 में इसने 1 मिलियन उपयोगकर्ताओं का आंकड़ा पार किया। 2016 तक यह बढ़कर 2 मिलियन और 2018 तक 45 मिलियन हो गया। इसके बाद Kalaari Capital, Tencent और Multiples Equity जैसे बड़े निवेशकों से फंडिंग मिली।
2020 में Dream11 ने IPL की प्रायोजन अधिकार प्राप्त किए, जिससे इसकी लोकप्रियता और बढ़ी। मार्च 2024 तक Dream11 के 22 करोड़ सक्रिय उपयोगकर्ता थे और कंपनी ने 6374 करोड़ रुपये का वार्षिक राजस्व अर्जित किया।
Dream11 का व्यवसाय मॉडल
Dream11 का व्यवसाय मॉडल “फ्रीमियम” पर आधारित था। इसका मतलब है कि उपयोगकर्ता मुफ्त में खेल सकते हैं और पुरस्कार जीत सकते हैं। इसके अलावा, उपयोगकर्ता रियल-मनी प्रतियोगिताओं में भाग लेकर पैसे भी कमा सकते थे।
प्लेटफॉर्म पर विभिन्न प्रकार की प्रतियोगिताएं आयोजित की जाती थीं, जिनमें उपयोगकर्ता अपनी टीम बनाकर वास्तविक मैचों के आधार पर अंक अर्जित करते थे। Cricket, Kabaddi, Football और Basketball जैसे खेलों में यह मॉडल काफी लोकप्रिय था।
भारत में Dream11 पर प्रतिबंध क्यों लगाया गया?
हाल ही में भारत सरकार ने Promotion and Regulation of Online Gaming Bill, 2025 पारित किया। इसके तहत सभी रियल-मनी गेमिंग ऐप्स पर प्रतिबंध लगा दिया गया। Dream11 सहित सभी कंपनियों को अब पैसे के लिए खेल आयोजित करना गैरकानूनी माना गया।
सरकार ने यह कदम इसलिए उठाया क्योंकि रियल-मनी गेमिंग को ऑनलाइन जुआ माना गया है। यह वित्तीय धोखाधड़ी, मनी लॉन्ड्रिंग, कर चोरी और कभी-कभी आतंकवाद के वित्तपोषण से जुड़ा हो सकता है। इस कारण से इसे राष्ट्रीय सुरक्षा, सार्वजनिक व्यवस्था और राज्य की अखंडता के लिए खतरा माना गया।
Dream11 और BCCI का करार समाप्त
Dream11 ने भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) के साथ 358 करोड़ रुपये का जर्सी प्रायोजन करार किया था। लेकिन नए कानून के लागू होने के बाद, Dream11 ने इस समझौते को समाप्त कर दिया। इसके कारण BCCI को IPL और एशिया कप जैसे टूर्नामेंट के लिए नया प्रायोजक खोजने की जरूरत पड़ी।
उद्योग की प्रतिक्रिया
रियल-मनी गेमिंग पर प्रतिबंध ने पूरे उद्योग को झटका दिया। कुछ कंपनियों ने कानूनी चुनौती दी, जबकि Dream11 और Gameskraft ने सरकार के निर्णय का सम्मान करते हुए नई रणनीतियों पर काम करने का निर्णय लिया।
प्रतिबंध के कारण भारत का रियल-मनी गेमिंग उद्योग, जो 2029 तक 3.6 बिलियन डॉलर तक पहुंचने की उम्मीद थी, अब अस्थिरता का सामना कर रहा है। निवेशकों और स्टार्टअप्स के लिए यह एक चुनौतीपूर्ण समय है।
Dream11 का भविष्य
Dream11 अब “Dream11 3.0” मॉडल पर काम कर रहा है। इस मॉडल में यह मुफ्त प्रतियोगिताओं, ई-स्पोर्ट्स और अन्य वैकल्पिक गेमिंग मॉडल पर ध्यान केंद्रित कर रहा है। कंपनी ने स्पष्ट किया है कि वह सरकार के निर्णय का सम्मान करती है और नए व्यवसायिक अवसरों की तलाश में है।
फ्री टू प्ले प्रतियोगिताएं, इवेंट-बेस्ड गेमिंग और ई-स्पोर्ट्स जैसे नए प्लेटफॉर्म्स पर ध्यान देने से Dream11 अपनी लोकप्रियता को बनाए रख सकता है।
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